. . - . by Ambarish Srivastava इस जहाँ में सभी मुस्कुराते रहें. गीत खुशियों के यूं ही गाते रहें. आओ कर लें दुआ दूसरों के लिए- फूल गुलशन में यूं ही खिलाते रहें.. Tags: Short PoemsRate this poem: Report SPAM Reviews Post review No reviews yet. Report violation Log in or register to post comments